तुलसी जंयती के पावन पर्व पर निशा जी द्वारा व्याख्यान लोककला दर्पण में


लोक कला दर्पण के समस्त बहनों के द्वारा लाक डॉउन में भी ऑनलाइन ,तुलसी जयंती के शुभ अवसर पर बहने 27 जुलाई 2020 को तुलसी जयंती समारोह का आयोजन कर रहीं हैं। दोपहर 2:00 बजे निशा साहू  (मानस प्रवक्ता) द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा,लोक कला दर्पण के पटल में बहनों द्वारा गोस्वामी तुलसी बाबा जी की प्रतिमा को नमन किया जाएगा, सभी बहनों के द्वारा , लेख ,कविता,भजन की प्रस्तुति दी जाएगी, यह जानकारी सीमा साहू इकाई प्रतिनिधि दुर्ग भिलाई से दी गई।

लोक कला दर्पण में भक्त शिरोमणि कवि तुलसीबाबा की जयंती आनलाईन मैं तुलसी जयंती के शुभ अवसर पर लोक कला दर्पण की बहनों ने 27 जुलाई 2020 को, तुलसी जयंती समारोह का आयोजन दोपहर 2:00 बजे किया गया, सर्वप्रथम लोक कला दर्पण की बहनों के द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया, गोस्वामी तुलसीबाबा  जी की प्रतिमा को नमन किया गया, बहनों के द्वारा सत्संग के ज्ञान सरिता के बड़े भाव के साथ प्रस्तुत कि  गई।

निशा साहू (मानस प्रवक्ता) के द्वारा व्याख्यान किया गया, भक्त शिरोमणि कवि तुलसी बाबा अद्वितीय अदम्य में इनका इतिहास, बालक के मुख से निकला जब राम-राम बोल पड़ा, तुलसी के पिता का नाम आत्माराम, हुलसी देवी माता का नाम, पत्नी रत्नावली के ज्ञान ने,  तुलसी बखानी तुलसी हुए प्रखर बुद्धि के स्वामी,राम संग अपार स्नेह, निशा जी ने नारी का सम्मान करते हुए कहा कि नारी प्रथम बार बालस्वरूप में राम जी का दर्शन करती है, भक्त और भगवान केवट और राम जी का सम्मान भाव का दर्शन करवाती है, राम जी ने रामराज्य में प्रजा के सुख का भी ध्यान रखा है और दूसरे के  दर्द को बांटने की कोशिश की है , मानस प्रवक्ता सखी निशा जी द्वारा भजन की प्रस्तुति की गई, कलियों में राम मेरे धरती में राम सर्व जगह राम समाया है।  बहुत सुंदर भजन की प्रस्तुति दी गई।

लोक कला दर्पण में कवियित्री इंद्राणी साहू भाटापारा से अपनी कविता के माध्यम से तुलसी बाबा जी के जीवन चरित्र के बारे में वर्णन किया गया।

आरती साहू जी द्वारा-गोस्वामी तुलसी बाबा जी के हिंदी साहित्य जगत में सर्वर विदित सगुन उपासक राम भक्ति शाखा गोस्वामी तुलसी बाबा अमर कृति प्रमुख रचनाएं विनय पत्रिका दोहावली के गीतावली, कवितावली निर्गुण एवं शगुन साम्यवादी कवि लोकमंगल की भावना रामराज्य की परिकल्पना की है, मर्यादा पुरुषोत्तम राम ही राम राज्य के प्रणेता थे,अतः हमारा परम कर्तव्य है कि विरासत धरोहर का संरक्षण संवर्धन करे।

हमारे बीच सुमधुर कोकिल गायिका  देव कुमारी बघेल ने भजन की सुंदर प्रस्तुति की -
सुन संगवारी तोला बताओ नारी के महिमा अपरंम्पार।
एक रत्नावली हा तुलसीदास ला ज्ञान बतावे देवता ह नहीं पाए ओकर पार।।

हेमा साहू  सक्रिय प्रतिनिधि द्वारा -शिव जी का भजन प्रस्तुत की गई -दर्शन को तेरे मैं आई भोले जी ,चरणों से अपने लगा लो भोले जी। रायपुर से गीतांजलि साहू के द्वारा सुंदर श्री राम चंद्र भजमन की स्तुति की गई।

दानेश्वरी साहू  प्रतिनिधि द्वारा-तुलसी मगन हो गे राम, गुण  गाइके ,सब कोई चले हाथी घोड़ा पालकी सजाई, तुलसी चले पाँव पांव चिटिया बजाई के।।  बहुत सुंदर भजन की प्रस्तुति दी गई,

लीना देवी साहू कोहका से -रामचरित्र मानस में मुक्ति के तीन मार्ग  के  बारे में जानकारी दी उन्होंने कहा कि मुक्ति के तीन मार्ग  हैं १-सत्संग २-सेवा, ३-सिमरन यह बहुत ही सरल मार्ग है, सेवा से जो भी आवश्यकता है पूर्ण होती है,सिमरन से मोक्ष की प्राप्ति होती है और हमारी शक्ति की रक्षा करती है ,जीवन को मार्गदर्शन करती है।

उषा भजन गायिका के द्वारा व्याख्यान में बताया गया की- रामचरितमानस में ह्रदय में राम है अंतस में राम खोजिए,तुलसी बाबा जी ऐसे मणी है जो अंदर और बाहर प्रकाशित करते है। 

वैसे हमारे बीच संगीता वर्मा,द्रोपती महासमुंद से पुष्पा जी महासमुंद से, गुनेश्वरी दुर्ग। भारतीय साहू अयोध्यापुरी,डाँ भारती साहू सेक्टर 2, नोमिन साहू सेक्टर 2, उपासना जी सेक्टर 10, लीना जी नवागांव, पुष्पा साहू खैरागढ़, जामुन साहू, मंजूषा साहू, मानकुंवर जी, कौशिक हिरवानी, सुशीला साहू प्रेमलता साहू, अन्नपूर्णा, अहिल्या,   तुलसी साहू, दिव्या कलिहारी, एशिया जी, शिव जी, चम्पा जी,अनुरमा शुक्ला जी , जागृति भाभी, डाँ दुलारी चंद्राकर, पदमा साहू खैरागढ़, योगिता पुलिस विभाग, पुष्पा, रूही (पंडवानी गायिका), त्रिलोकी जी, लक्ष्मी कुर्रे (लोक गायिका) रुकमणी जी, माधुरी मिश्रा, अर्चना, गीता ,लोककला दर्पण के नन्हे फनकार उज्जवला साहू, नाव्या, काव्या, सृष्टि, दीक्षा, चेरी, एवं समस्त लोक कला दर्पण के सदस्य उपस्थित थे। 
धन्यवाद प्रेषित आरती साहू द्वारा की गई। 

लोक कला दर्पण के इकाई प्रतिनिधि सीमा साहू दुर्ग भिलाई द्वारा जानकारी दी गई. हे तुलसी तेरे मानस का, नित्य प्रति पारायण हो।
हर मनुज यहां श्री राम बने, हर जीवन रामायण हो।। तुलसी बाबा के पावन पर्व पर समस्त लोक कला दर्पण की ओर से वंदन अभिनंदन🙏
सीमा

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