राजनांदगांव संस्कारधानी प्रारंभ से ही कला जगत में बहूमुखी प्रतिभा की धनी रही हैं।इतिहास साक्षी है कि कलायात्रा के क्षेत्र में इस माटी ने कई प्रतिभावान कलाकारों का सृजन किया है।इसी माटी में जय भारत बैण्ड के बहूमुखी क्लारनेट वादक श्री मेघराज केमे का नाम अव्वल दर्जे पर स्थापित है।मेघराज केमे का जन्म 14/1/1964 को हुआ।माता स्वं लीलाबाई व पिता स्वं घासीदास केमे के घर जन्मे मेघराज ने अपने क्लारनेट वादन से छत्तीसगढ़ ही नहीं वरण महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कलकत्ता इत्यादि राज्यों में अपनी वादन का लोहा मनवाया।
कलायात्रा के प्रथम गुरु स्वं नरेन्द्र चौहान से आपने आर्केस्ट्रा में वादन के गुर सींखे।बचपन से ही वंशानुगत परंपरा को आगे बढाते हुए अपने पूरखों की कलायात्रा को खुशियों के प्रत्येक क्षणो में खुशियों से भर दिया।वर्तमान में निरंतर इस कलायात्रा को जीवंतता प्रदान करते हुए अपने बडे भाई मुन्नालाल केमे के साथ कदम से कदम मिलाकर छत्तीसगढ़ की मशहूर जयभारत बैण्ड का संचालन कर रहे है साथ ही साथ भविष्य के लिए तैय्यार कर रहे है।उनकी इस सफल कलायात्रा के लिये समस्त कलाकार उन्हें शुभकामनाएं देते है।
रवि रंगारी
(ब्यूरो चीफ)
लोककला दर्पण
राजनांदगांव
मो.9302675768
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