9 जून 2021 को लोक संगीत सम्राट स्व. खुमान साव जी के द्वितीय पुण्य तिथि पर विशेष....

                                                                                       


दुसरईया पुण्यतिथि म दुलरवा के शब्द ले हे अर्पण।
राज के संगीत बर खुमान साव हवय बड़का दर्पण।
जेन मरते दम तक कर दिस जिनगी ल अपन समर्पण।
जेखर संगीत के पुरा छत्तीसगढ़ म हावय मान।
बर बिहाव म तोर संगीत बिन नई होवय नेग जोग न टिकान।
चंदैनी गोंदा के हर गीत संगीत म करथन हमन गुमान।
रामचंद देशमुख के हिरदे म घलो रिहिस तोर बर सम्मान।
संस्कारधानी के तंय तो रेहेस संऊहत सोनाखान।
फेर तोर सुरता ल सीरिया के राखही नंदगांव के मितान।
कतको मनखे ल अपन संगीत ले देऐस तंय जीवन दान।
लक्षमण मस्तुरिया भी अधूरा रतिस तोर बिना खुमान।
सुन्ना होगे फुलवारी अब तो कोन छेड़ही वो मधुर तान।
"दुलरवा" गोहारत हे श्री साव के नाम म देय ल पड़ही बड़का  सम्मान।।

          दुर्गेश सिन्हा "दुलरवा" 
                  छुरिया बंजारी

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