प्राणदायिनी वृक्षों के पत्तों का महत्व



सभी औषधि युक्त पौधों की भांति भ कुछ वृक्षों के पत्ते भी संजीवनी बूटी का काम करते हैं इन पत्तों  में भोजन करने से अनेक बीमारियों जैसे कैंसर,  डायबिटीज, ब्लड प्रेशर ,किडनी, डायरिया, जोड़ों का दर्द, रक्त की अशुद्धता आदि  बीमारियों दूर होती हैं।इन पत्तलों में भोजन  करने से स्वास्थ्य के साथ साथ पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा प्रदूषण के स्तर को हम बहुत हद तक रोकने में सफल होंगे सबसे पहले तो इसे धोना नही पड़ेगा , हम इसे मिट्टी में दबा सकते हैं। पानी की बचत होगी। इन झूठे पत्तलों को एक जगह गाड़ने से  खाद का निर्माण किया जा सकता है। एवम मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। हम अधिक से अधिक वृक्ष लगायिएँगे , जिससे प्रदूषण घटेगा व शुद्ध वायु का स्तर बढेगा। तथा हम प्लास्टिक के बर्तन एवम डिस्पोजल के कारण होने वाले रोग जैसे--कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, किडनी, डायरिया, जोड़ो का दर्द, रक्त की अशुद्धता आदि गम्भीर बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते हैं।



पत्तल में भोजन का महत्व
1) केले के पत्तल में भोजन करने से बाल स्वस्थ होते हैं फोड़े फूसि की बीमारी से बचाव होता है, पेट से संबंधित बीमारियों से जैसे कब्ज ,अपच,गैस की समस्याओं,से बच सकते हैं। इन पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि पत्तेदार सब्जियों में  भी पाए जाते हैं।
2 रक्त की अशुद्धता के कारण होने वाली बीमारियां के लिए पलाशसे तैयार पत्तल को उपयोगी माना जाता है, पाचन तंत्र संबंधी रोगों को दूर करने के लिए उसका उपयोग किया जाता है।
3 पीपल के पत्तों में भोजन करने से मंदबुद्धि बच्चों के इलाज में काफी मदद होती है।
4 जोड़ों के दर्द के लिए करंज की पत्तियों से तैयार पत्तल उपयोगी माना जाता है।
5 पैरालिसिस होने पर अमलतास की पत्तियों से तैयार पत्तलों को उपयोगी माना जाता है।
               



श्रीमती प्रभा साव
व्याख्याता (गणित)
शासकीय हाई स्कूल स्याहीमूड़ी, कोरबा

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