तोर जिनगी उधारी के।2। सबला हे जाना एकदिन, बंधे आरी अउ पारी हे।। 1-छूटही जब तन से जी तोर सुवांसा। उड जाही हंसा जी फेर अगासा। नई तो बुतावै कभू मनखे के आशा। सुन…
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