मुंहू कान ला धो ले संगी, एक्के दवई उंघासी के |
बिहना ले संझा तक मिहनत, ये परताप हे बासी के |
उमर पहागे दंउड़त - भागत, आंटत जिनगी के ढेरा ,
तबले नइये कुछु आसरा, कारन इही उदासी के |
मन के गिल्ला भुइंया पाके, दुख पीरा हर ऊ जाथे ,
ये लूए के बेर नो हय, क्र ले बाँवत हाँसी के |
रहि रहि के मारै झेन्पारी, तिहुर तिहुर के पानी ह,
चल नानुक के दाई चलबो, बेर भईस बियासी के |
अतका चूरन गोली सूजी, कुछु काट नई करत हवै,
छत्तीसगढ़ ला जुड़ धरे अउ पड़े हे दौरा खांसी के |
भुइंया के मरजाद बेच दिन, अगुवा मन दू कौड़ी मा,
पंडरा - पिन्वरा काला कहिबे जम्मो एक्के रासी के |
मुकुंद कौशल
9329416167
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