दिवाना बना डारे रे
मीठ मीठ भाखा ल बोल के
रखे हौं तोला मोर मन के मंदिर मा
हिरदे मा बने चिपोट के
दुरिहा ले देखेंव म़ोर झुलनी
बही झुलतरी हो
तोर काया माया ह झलकथे
रानी सोन सही हो
बिना देखे बही उमड़े मन हा
टप टप नैना मोर बरसे रे
ह़ोगे हे रात चंदैनी रंगरेली
अंजोरी मनहा भटके
हांसी त़ोर देखत बिजुरी
राजन रस्ता ल भटके
देखके तोला मोर मन के सुंदरिया
मोर मन के सुवा उड़ जाये
म़ोर मयारू मोर अंगना के दौना
तोर बिना जग सूना
मया पिरित के तैंय बांध के बंधना
आजा रे मोर अंगना
मैं तोर सुआ अऊ तैंय मोर मैना
रंग जाबोन रंग मा हरदी के
राजेन्द्र मानिकपुरी जामगांव आर
0 टिप्पणियाँ
please do not enter any spam link in the comment box.