आज तीसरा पुण्य तिथि म विशेष... मोर संग चलव रे, मोर संग चलव जी... मंय छत्तीसगढ़िया अंव... पता दे जा रे गाड़ी वाला... पड़की मैना... मंगनी म मांगे मया नइ मिलय... मन डोले रे माघ फगुनवा... घुनही बंसुरिय…
अभी पितर पाख चलत हे त पुरखा साहित्यकार मन के सुरता घलो जरुरी हे. इही कड़ी मा आज कम उम्र म ही अपन लेखन एक अलग छाप छोड़इया श्रद्धेय महेन्द्र कुमार देवांगन माटी ल नमन करत हवँ. जब 16 अगस्त 2020 मा फेस…
सुप्रसिद्ध लोकगायिका श्रीमती कविता वासनिक द्वारा स्व.खुमान साव की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि छतीसगढी लोककला के क्षेत्र में नाचा के माध्यम से अंचल के लोग सदियों से मनोरंजन करते रहे है।कई…
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