दूरदर्शन के माध्यम ले मुलाकात होय रीहिस दाऊ जी ले... जब मोर जनम होइस वोकर ले दू साल पहिली "चन्दैनी गोंदा "के जनम होगे रहिस हे. अउ जब येखर सर्जक श्रद्धेय दाऊ रामचंद्र देशमुख जी ह जब येला को…
भिलाई/छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान रायपुर द्वारा साहित्याचार्य डा.महेशचन्द्र शर्मा के भिलाई स्थित निवास में उनका विशेष सम्मान किया गया।इस्पात नगरी के विचारक और लेखक आचार्य डा.शर्मा के सम्मान हेतु संस्थ…
•जनता के प्रेम को सबसे बड़ा पुरस्कार मानते थे खुमान जी. •ऊपर से कठोर और अंदर से नम्र स्वभाव के थे खुमान जी. •राजनांदगांव जिले के डोंगरगॉव ब्लॉक के ग्राम खुर्सीटिकुल में 5 सितंबर 1929 को जन्म हुआ था . …
सुरता लोक संगीत म जीवन ल समर्पित करइया महान कलाकार -खुमान साव कोनो भी अंचल के संस्कृति वो क्षेत्र के पहिचान होथे. येमा वोकर आत्मा ह वास करथे. जब अपन संस्कृति ल जन मानस समाज ह कोनो मंच म प्रस्तुति …
जन्मदिन पर विशेष जिनके लोकधुनों में बसती है,छतीसगढ़ की आत्मा.... साहित्य खेल और सांस्कृतिक विरासत में राजनांदगांव संस्कारधानी का कोई सानी नहीं है। लोक कलाकारों खेल-खिलाडि़ओं और साहित्य के प्रति रुझान…
जन्मदिन पर विशेष . छतीसगढ़ और संस्कारधानी भूमि मे 18 जुलाई सन 1965 में श्रीमती कविता वासनिक का जन्म भरकापारा राजनांदगांव के निवासी स्वर्गीय रामदास हिरकने जी के निर्धन परिवार में हुआ था श्रीमती कविता व…
सुरता... जनता के प्रेम को ही सबसे बड़ा पुरस्कार मानते थे लोक संगीत सम्राट स्व. खुमान साव जी से प्रथम बार मुलाकात पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित साहित्यिक आयोजन में दिग्विजय स्टेडियम के …
राजनांदगांव की कहानी का,फिल्मांकन कर रहे युवा....... राज/विश्व के मानचित्र पर चिन्हित छत्तीसगढ़,किसानों कि मेहनत के साथ फलता फूलता राज्य हैं,और इसी छत्तीसगढ़ में हमारा राजनांदगांव समाहित है, जिसका अपना…
स्मरण किए दिवंगत कलाकार को पद्म श्री पूनाराम निषाद को दी श्रद्धांजलि छतीसगढ़ी लोक कला, संस्कृति को बचाए रखने का मुख्य श्रेय यहां के लोक कलाकारों-साहित्यकारों को जाता है। ऐसे कलाकारों को शासन-प्रशासन …
बाँसुरी वादन के हस्ताक्षर हैं सतीश सिन्हा भिलाई इस्पात नगरी में श्रीमती दशरी बाई सिन्हा व कमल सिंह सिन्हा के घर जन्मे सतीश सिन्हा होनहार पुत्रों में से एक हैं।बचपने से संगीत के प्रति रूचि रखने वाले स…
लोक जगत राजिम के जमीदारों के पूर्वज व वंशज -------------------------------------------- यद्यपि छ.ग. के अनेक विद्वानों कलाकार एवं साहित्यकार कला संस्कृति एवं साहित्य के प्रति…
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