*आगे सावन महीना* झिमिर- झिमिर पानी गिरे, ओरवाती ले मोती झिरे। आगे सावन महीना...आगे सावन महीना। मांदर बरोबर बादर गरजे, …
निर्मल ज्ञान मंदिर कबीर आश्रम नेहरू नगर भिलाई में गुरु पूर्णिमा जयंती मनाई गई। इस कार्यक्रम में पुरनेन्द्र साहेब संत, दिनेन्द्र साहेब संत, घासी साहेब,ड़ा कोमल सार्वा, डॉ बलदाऊ प्रसाद ने गुरु की महिमा…
गोबर खाद से अन्न उपजे आऊ गोबर उपल से बनत हे खाना । चल ग भैया झनुंहा धर अब गोबर बिन ल हे जाना ।। पूजा म गौरी बनथे आऊ खूब उपजते धान । गोबर अब गोबर नई रहिगे बढ़गे ओकर "मान" ।। दारू घलो बनही ओ…
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वी आई पी नगर रिसाली भिलाई में महंत अंत राम द्वारा लिखित नाटक पुस्तक सदगुरु कबीर चारितावली पर समीक्षा संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें मुख्य वक्ता डाॅ दीनदयाल साहू पत्रकार व साह…
लोक कला एवं साहित्य संस्था सिरजन इकाई जिला दुर्ग द्वारा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन निर्मल ज्ञान मंदिर कबीर आश्रम नेहरू नगर भिलाई में आयोजित किया गया। इसी दिन संस्था के प्रदेश…
मनखे ह सामाजिक परानी(प्राणी) हरे .समाज म रहिके मनखे ह अपन सुख -दु:ख रुपी जिनगी के गाड़ी ल चलाथे. हमर जिनगी म मँड़ई -मेला के गजब महत्व हे. मड़ई के माध्यम ले हमन सगा -सोदर अउ सँगी -साथी मन ले मिलथन. अप…
जन्मदिन पर विशेष जिनके लोकधुनों में बसती है,छतीसगढ़ की आत्मा.... साहित्य खेल और सांस्कृतिक विरासत में राजनांदगांव संस्कारधानी का कोई सानी नहीं है। लोक कलाकारों खेल-खिलाडि़ओं और साहित्य के प्रति रुझान…
जन्मदिन पर विशेष . छतीसगढ़ और संस्कारधानी भूमि मे 18 जुलाई सन 1965 में श्रीमती कविता वासनिक का जन्म भरकापारा राजनांदगांव के निवासी स्वर्गीय रामदास हिरकने जी के निर्धन परिवार में हुआ था श्रीमती कविता व…
सुरता ममा गाँव के लोक जीवन मं ये मान्यता हवय कि "लइका ल बिगाड़ना हे त ममा अउ सुधारना हे त कका बबा कना भेजव ।" येहर कतेक सच आय या काकरो अनुभो ये, येला तो भंजाय ल परही ! फेर मंय तो बड़ भाग …
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