सृष्टि की अनमोल धरोहर होती हैं,,(माँ) "अतंरिक्ष में जिसका अंत ना हो वो आसमां है।।। और पृथ्वी पर जिसका अंत ना हो वो माँ .....हैं। ईश्वर की उत्कृष्ट रचना,, सभी माँ को समर्पित.. मेरी यह कव…
छत्तीसगढ़ अंचल में भिन्न धर्म व वर्गों के लोग रहते हैं, इनकी भाषाएं, धार्मिक विश्वास और दृष्टिकोण भी अलग-अलग हैं, फिर भी भावनात्मक रूप से ये सब आपस में जुड़े हुए हैं। यही एकता आदिकाल से लोकजीवन …
Image Credit - Google Images. सा ठ के दशक में शारदा संगीत समिति, मिलन संगीत समिति, राजभारती ऑरकेस्ट्रा के प्रत्येक मंच से हेमन्त कुमार के गीत को हूबहू पेश करने वाले राजनाँदगाँव के गायक भैयाला…
मेरी बचपन की सखी मुन्नी ,वह दिव्यांग थी ,मारवाड़ी परिवार में उसका जन्म हुआ था, बहुत सुंदर गोरी सी , आंँखें बहुत सुंदर ,शरीर अष्टवक्र की तरह मुंडा़ हुआ,पाव में सुंदर तील के निशान,मुँह से हमेशा ल…
चिड़ियों की चहचाहट से दिन की शुरुआत मेरी छत में चिड़िया रानी आती है, दाना चुगती है, पानी पी कर उड़ जाती है मेरे घर में हर साल घोंसला बनाती है, मैंने भी उसके हिस्से का घर छोड़ दिया है। कभी ज…
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